भारतीय शेयर बाजार में आज गिरावट देखने को मिली जिसमें बड़ी-बड़ी कंपनियों के शेयर टूट गए. इसी बीच जापानी बैंकिंग सेक्टर से बात न होने की खबरों के बीच यस बैंक के शेयरों में दबाव देखने को मिला. प्राइवेट सेक्टर की बैंक यस बैंक के शेयर आज बीएसई पर 10.40 प्रतिशत टूट गए. बैंक के शेयर 2.42 रुपये गिरकर 20.85 रुपये पर आ गए.
अभी कुछ दिनों पहले खबर आई थी कि यस बैंक के शेयरों को जापान की सबसे बड़ी बैंकिंग सेक्टर की कंपनियों में से एक एसएमबीसी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से यस बैंक की हिस्सेदारी खरीदी है. लेकिन आज यस बैंक ने इसको लेकर सफाई दी. बैंक ने अपनी फाइलिंग में बताया कि उसको इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, जिसके बाद आज के कारोबार के दौरान उसके शेयरों में दबाव देखने को मिला और वह 10 प्रतिशत से ज्यादा टूट गए.
जापानी बैंक से की डील?
ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, एसएमबीसी ने 9 मई को भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और कुछ निजी बैंकों से यस बैंक में 20% हिस्सेदारी यानी करीब 13,483 करोड़ रुपये के शेयर खरीदने की डील की है. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि आरबीआई से पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी स्थापित करने की मंजूरी मिलने के बाद, एसबीआई और अन्य बैंक अपनी शेष हिस्सेदारी लगभग 14% को यस बैंक और एसएमबीसी की ओर से आरबीआई के साथ चर्चा किए गए रोडमैप के अनुसार बेच देंगे. हालांकि, इस खबर के बारें में यस बैंक ने सरे से नकार दिया है.
यस बैंक की वापसी
यस बैंक ने 2020 के संकटकाल से शानदार वापसी की है. बैंक की कुल जमा राशि बढ़कर 2.85 लाख करोड़ रुपये हो गई है, जो बचाव के समय से करीब तीन गुना है. बैड लोन में भी उल्लेखनीय कमी आई है, जिसमें ग्रॉस एनपीए 1.6% और नेट एनपीए मात्र 0.3% रह गया है. वित्त वर्ष 2025 में बैंक ने 2,406 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 93% की प्रभावशाली वृद्धि दर्शाता है. यह वित्त वर्ष 2020 के 16,000 करोड़ रुपये से अधिक के घाटे की तुलना में जबरदस्त सुधार है.